Duniya ki chinta दुनिया की चिन्ता / कुंवर नारायण
दुनिया की चिन्ता world’s worry छोटी सी दुनिया small world बड़े-बड़े इलाके ...
दुनिया की चिन्ता world’s worry छोटी सी दुनिया small world बड़े-बड़े इलाके ...
मैं चलते-चलते इतना थक गया हूँ, चल नहीं सकता। मगर मैं सूर्य हूँ, संध्या से पहले ढल नहीं सकता कोई जब रोशनी देगा, तभी हो पाऊँगा रोशन मैं मिट्टी...
आना आना जब समय मिले जब समय न मिले तब भी आना आना जैसे हाथों में आता है जाँगर (bodily energy) जैसे धमनियों (artery) में आता है रक्त (blood) जैसे चूल्हों (stove) में...
मैं जा रही हूँ – उसने कहा जाओ – मैंने उत्तर (answer) दिया यह जानते हुए कि जाना हिंदी की सबसे खौफनाक (dreadful) क्रिया (verb) है. केदारनाथ सिंह
रोटी और संसद एक आदमी रोटी बेलता (flatten with a roller) है. एक आदमी रोटी खाता है एक तीसरा आदमी भी है जो न रोटी बेलता है, न रोटी खाता है वह सिर्फ़ रोटी...