गोदना और चित्रकला: प्राचीन परंपरा
Lesson Plan:
गोदना और चित्रकला: प्राचीन परंपरा
A. Proficiency Level
Intermediate High
B. Objectives
- Students will learn vocabulary related to body parts, designs, and traditions.
- Students will practice planning and describing a traditional Godna festival.
- Students will develop speaking, writing, and cultural knowledge skills in Hindi.
Warm-Up (10 minutes)
Visual Prompt:
Show pictures of tattoos and art from different parts of India and talk about it.
Read Aloud:
(students read together)
https://docs.google.com/document/d/13T7q74IWhr20xjhOeM-o0VWzTOmuOHJlBRW68kyrL2g/edit?tab=t.0
छत्तीसगढ़ का रामनामी समुदाय जहां लोगों के मन ही नहीं तन पर भी बसते हैं राम
भारतवासियों के लिए आज का दिन बहुत खास है क्योंकि आज यानी 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर में भगवान राम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम आयोजन किया गया। जिसे लेकर लोगों में एक अलग ही उत्साह देखने को मिल रहा है। ऐसा ही खुशी का माहौल छत्तीसगढ़ में रामनामी समुदाय में भी है जहां कण-कण में बसते हैं राम।
BY: PRIYANKA SINGHUPDATED: MON, 22 JAN 2024 01:33 PM (IST)
छत्तीसगढ का रामनामी समुदाय, जहां कण-कण में बसते हैं राम
HIGHLIGHTS
- छत्तीसगढ़ में एक ऐसा समुदाय है, जिसे रामनामी नाम से जाना जाता है।
- यहां के लोग पूरे शरीर पर राम नाम गुदवाते हैं।
- लाखों को नहीं जलाते और साधारण से घर में रहते हैं ये लोग।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। देश में आज फेस्टिवल जैसा माहौल है। हर जगह राम नाम छाया हुआ है। भक्तों में एक अलग ही उत्साह और आनंद देखने को मिल रहा है। अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में कई बड़ी हस्तियां शामिल हुई हैं, वहीं देश का एक छोटा सा ऐसा हिस्सा भी है, जिसे न तो राम मंदिर से कोई खास मतलब है न ही मूर्ति से, क्योंकि यहां रामभक्ति के लिए कोई एक दिन या समय तय नहीं, बल्कि यहां के लोगों ने तो अपना पूरा जीवन ही भगवान राम को समर्पित कर दिया है।
रामनामी समुदाय
छत्तीसगढ़ में एक ऐसा समुदाय है, जिसे रामनामी नाम से जाना जाता है। परशुराम द्वारा स्थापित यह एक हिंदू संप्रदाय है, जो भगवान राम की पूजा करता है। यहां के लोग पूरी तरह से राम भक्ति में रमे हुए हैं। इसका अंदाजा आप उन्हें देखकर ही लगा सकते हैं। राम की भक्ति इनके अंदर ऐसी बसी हुई है कि इन्होंने पूरे शरीर पर ‘राम नाम’ का टैटू बनवाया हुआ है, जो भगवान राम से गहरे संबंध की अभिव्यक्ति है। इस समुदाय के लिए राम उनकी संस्कृति का एक अभिन्न अंग है। भगवान राम की भक्ति और उनका गुणगान ही इनकी जिंदगी का खास मकसद है।
कब हुई थी इस समुदाय की स्थापना?
इस समुदाय की स्थापना सन् 1870 में जांजगीर चाम्पा जिले के चारपारा गांव के सतनामी समाज के परशुराम जी ने किया था। उन्होंने ही पहली बार राम नाम का गोदना करवाया था।
ऐसे दिखते हैं रामनामी समुदाय के लोग
यह विडियो भी देखें
इनके शरीर के लगभग हर हिस्से पर राम का नाम अंकित है। तन पर रामनामी चादर लिए होते हैं, सिर पर मोरपंख की पगड़ी और घुंघरू इन लोगों की खास पहचान होती है।
रामनामी समुदाय के घर
रामनामी समुदाय के लोगों के घर बहुत ही साधारण होते हैं। जो उनकी साधारण जीवनशैली को बयां करते हैं। मिट्टी या बांस से बने इस घरों की वास्तुकला खास होती है।
मरने के बाद नहीं जलाते लाशें
रामनामी समुदाय के लोग मृत्यु के बाद लाशों को जलाते नहीं, बल्कि पंचतत्व में विलीन करते हैं। उनका मानना है कि वो राम नाम को सामने से जलते हुए नहीं देख सकते।
रामनामी समुदाय के लोगों का कौशल
इस समुदाय के लोग प्राकृतिक स्याही बनाने का काम करते हैं। इस स्याही का इस्तेमाल राम नाम के जाप और पूजा-पाठ के लिए किया जाता है। इस स्याही को पारंपरिक तरीकों से तैयार किया जाता है। जिसमें लाल रंग के फूलों के पानियों का उपयोग किया जाता है। स्याही को गाढ़ा रंग देने में काफी वक्त और मेहनत लगती है।
Class Discussion (10 minutes)
(In Hindi as much as possible)
- रामनामी समुदाय में गोदना की शुरुआत कैसे शुरू हुई?
- रामनामी लोग गोदना क्यों बनवाते हैं?
Vocabulary Focus
Hindi Word | Grammar & Gender | English Meaning |
---|---|---|
शरीर | Masculine Noun | Body |
गोदना | Masculine Noun | Tattooing |
परंपरा | Feminine Noun | Tradition |
चित्र | Masculine Noun | Picture/Design |
फूल | Masculine Noun | Flower |
पत्ती | Feminine Noun | Leaf |
उत्सव | Masculine Noun | Festival |
सजावट | Feminine Noun | Decoration |
आत्मा | Feminine Noun | Soul |
रक्षा | Feminine Noun | Protection |
आस्था | Feminine Noun | Faith |
समुदाय | Masculine Noun | Community |
लोक संस्कृति | Feminine Noun | Folk culture |
लोकप्रिय | Adjective | Popular |
धार्मिक | Adjective | Religious |
प्राचीन | Adjective | Ancient |
बनवाना | Verb | To get made/Tattooed |
देखी जाती है | Verb Phrase | Is seen |
प्रकट हो | Verb Phrase | To be expressed |
गुदवाना | Verb | To get tattooed |
बनवाते थे | Verb Phrase (Past) | Used to get made |
Video Activity (10 minutes)
Watch: बसारिया गाँव की औरतों से बातचीत
Answer these in simple Hindi:
इन औरतों ने गोदना क्यों बनवाया?
क्या आपको गोदना बनाने के पीछे कोई कारण मालूम है?
Watch: गोदना वीडियो – अखिलेश
Answer these in simple Hindi:
- अखिलेश कौन है?
- अखिलेश ने गोदना क्यों बनवाया?
- उनके अनुसार सबसे ज़्यादा गोदना कौन बनवाता है?
- गोदना बनवाने में कितना खर्च आता है?
3. Video Watching Task (20 minutes)
Video: [शीतल की गोदना कहानी]
(वीडियो एक बार पूरा दिखाएँ। आवश्यक हो तो मुख्य भाग दोबारा दिखाएँ।)
While Watching – Students Take Notes:
- शीतल ने किसका गोदना बनवाया है?
- वह गोदना क्यों बनवाना चाहती थी?
- गोदना के साथ कौन-सी भावनाएँ जुड़ी हैं?
- क्या शिव और गौरा की कोई विशेष कथा का उल्लेख हुआ?
(छात्र अपनी वर्कशीट पर नोट्स भरें।)
4. Main Task – Retell the Story (20 minutes)
Speaking Task (Pairs/Small Groups):
छात्र शीतल की कहानी को अपने शब्दों में सुनाएँ।
Guiding Questions:
- गोदना बनवाने का निर्णय कैसे लिया गया?
- इस गोदना का उनके जीवन में क्या महत्व है?
Encourage Expressions:
- “मुझे लगा कि…”
- “शीतल ने महसूस किया कि…”
- “मेरे अनुसार गोदना उनके लिए…”
(Teacher rounds between groups to listen and gently guide.)
5. Discussion and Critical Thinking (10 minutes)
Whole Class Discussion – Big Questions:
- “टैटू के पीछे एक कहानी होना क्यों महत्वपूर्ण हो सकता है?”
- “किन्नर समुदाय के अनुभव से हम क्या सीख सकते हैं?”
- “अगर आपको कोई एक चीज़ गोदवानी हो, तो वह क्या होगी और क्यों?”
(Allow emotional responses and reflective thinking. Some English can be allowed for deeper insights.)
6. Writing Homework
Prompt:
छात्र 7-8 वाक्यों का एक अनुच्छेद लिखें:
“अगर आप अपने जीवन की किसी महत्वपूर्ण घटना को टैटू के रूप में चुनते, तो वह क्या होती?”
Instructions:
- Use vocabulary: परंपरा, गोदना, पहचान, आस्था, आत्म-अभिव्यक्ति।
- Grammar Focus:
- भावनाओं का व्यक्तिकरण (“मैंने महसूस किया…”, “मेरे अनुसार…”)
- भूतकाल और भविष्य की योजनाओं के वाक्य (“बनवाया था”, “बनवाऊँगी”)।
7. Wrap-Up (5 minutes)
Exit Ticket:
- “आज की कहानी से आपने क्या नया सीखा?”
(छात्र एक वाक्य बोर्ड पर लिखें या वर्कशीट पर भरें।)
Main Task: Project Work (30 minutes)
आवश्यक सामग्री
कला महोत्सव
छात्र कल्पना करेंगे कि वे अपने शहर में कला महोत्सव की योजना बना रहे हैं।
छात्र एक-दूसरे से पूछेंगे कि वे कौन सा डिज़ाइन बनाना चाहते हैं और फिर उसे बनाने की कोशिश करेंगे।
इसके लिए वे एक छोटा संदेश लिख सकते हैं, फूल, तारा आदि डिज़ाइन बना सकते हैं।
फिर वे सभी को प्रस्तुत करेंगे कि उन्होंने क्या बनाया और क्यों बनाया।
कहानी लिखिए। हर छात्र कहानी का एक दृश्य बनाये और नाटक के तौर पर पेश करे।
Wrap-Up (5 minutes)
🎉 Create a “Virtual Godna Wall”!
- Students will hang their Godna designs with their names on a classroom wall or poster.
- Quick class appreciation round!