मकर संक्रांति
उत्तरायण को कुछ जगहों पर मकर संक्रांति भी कहते हैं। कुछ लोग इसे खिचड़ी भी कहते हैं।
यह त्यौहार सूर्य के मकर राशि में जाने का प्रतीक है। इस दिन लोग बहुत दान देते हैं। इसमें दाल चावल, तिल, पैसे का दान करते हैं।
इसे इसलिए मनाते हैं क्योंकि अब दिन बड़े होने लगते हैं और सर्दी कम होती है।
इस दिन लोग पतंग उड़ाते हैं और नई फसल की खुशी मनाते हैं।
इस दिन लोग परिवार से मिलते हैं और बहुत बढ़िया त्यौहारवाला खाना खाते हैं।



