कभी टल नहीं सकता (कविता – कुँवर नारायण)
मैं चलते-चलते इतना थक गया हूँ, चल नहीं सकता। मगर मैं सूर्य हूँ, संध्या से पहले ढल नहीं सकता कोई जब रोशनी देगा, तभी हो पाऊँगा रोशन मैं मिट्टी...
मैं चलते-चलते इतना थक गया हूँ, चल नहीं सकता। मगर मैं सूर्य हूँ, संध्या से पहले ढल नहीं सकता कोई जब रोशनी देगा, तभी हो पाऊँगा रोशन मैं मिट्टी...
फ़िल्म का नाम- साथ साथ तुमको देखा तो यह ख़्याल (thought) आया। ज़िंदगी धूप तुम घना (thick) साया (shadow) तुमको देखा तो यह ख़्याल आया। आज फिर दिल ने इक तमन्ना...
फ़िल्म- साथ-साथ (1982) Part 1: Fill in the blanks. यह ______ घर यह मेरा घर किसी को देखना हो गर (अगर=if) तो पहले आ के माँग (to ask for) ले मेरी नज़र (view) _____...